Chhod Ke Duniya Ki Maya Re Song lyrics Aastik (1956)
"छोड़ के दुनिया की माया रे" गाने के बोल दिए गए हैं, जो आशा भोसले द्वारा गाया गया है, और 1956 की फिल्म "आस्तिक" में चित्रित किया गया है:
Lyrics:
छोड़ के दुनिया की माया रे
छोड़ के दुनिया की माया रे,
चल मन गंगा जमुना तीरे,
छोड़ के दुनिया की माया रे।
मत कर तू अभिमान रे बन्दे,
मत कर तू अभिमान,
मिट्टी का है तन तेरा,
मिट्टी में मिल जाना,
छोड़ के दुनिया की माया रे,
चल मन गंगा जमुना तीरे,
छोड़ के दुनिया की माया रे।
सुख-दुःख तो है आना-जाना,
सुख-दुःख तो है आना-जाना,
कर्मों का है ये फल,
क्यों रोता है इंसान रे,
क्यों रोता है इंसान,
छोड़ के दुनिया की माया रे,
चल मन गंगा जमुना तीरे,
छोड़ के दुनिया की माया रे।
गीत के बारे में:
- यह गीत हमें सांसारिक सुखों के क्षणभंगुर स्वभाव की याद दिलाता है।
- यह हमें अभिमान और अहंकार को त्यागने के लिए प्रोत्साहित करता है, और हमें याद दिलाता है कि हमारा शरीर नश्वर है।
- यह हमें जीवन के उतार-चढ़ाव को स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित करता है, और हमें याद दिलाता है कि हमारे कर्म हमारे भाग्य को निर्धारित करते हैं।
- यह हमें ईश्वर के प्रति समर्पित रहने और आध्यात्मिक मुक्ति की तलाश करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
अतिरिक्त जानकारी:
- फिल्म: आस्तिक (1956)
- गायक: आशा भोसले
- संगीतकार: एन. दत्ता
- गीतकार: कवि प्रदीप
यह गीत एक भजन है जो मनुष्य को जीवन की सच्चाई बताता है। यह गीत मनुष्य को बताता है कि यह संसार नश्वर है और मनुष्य को भगवान की भक्ति में लीन होना चाहिए।